आत्मदीप

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आत्मदीप

महाप्राण है , महाभाग्य है , महाकाव्य है , महाद्वंद भी ,

महाप्रयाण की महायात्रा है , महाभारत है नित्य ही ,

रंग छंद है , पंक्ति बद्ध है , तान है इसमें संगीत की ,

महाकटार है , तीव्र धार है , लड़ना है और मिट जाना भी ,

स्वसुधार है , स्वउद्धार है , खोज है यह सत्य की ,

रंग मंच है , दृष्टि भंग है ,

आर्त नाद है , स्वप्न मात्र ही ,

दृश्य कला है , मंगल विधा है ,

लक्ष्य कला है और कर्म कला ही ,

ज्ञान स्वयं का , तम अहम् का,

ज्योत मरम का , अंधकार अब और नहीं ,

भारत रत्न है, सेवा स्वप्न है ,

क्रिया धर्म है , उपकार नहीं ,

दीवानापन है , नभ भी कम है ,

आत्मदीप है , अतृप्त नहीं।  

रिद्धिमा   

24 - 12 - 2021



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